ना बदले आह में
जमाना हो गया आपको मिले हुए
फिर भी लगता नहीं आप है बिछड़े हुए
हो सतकता है आप हमें जानते ही नहीं
पढ़ें है की आप की याद कभी भूले नहीं।
शायद सप ने सुहाने होते है
रातें भी रंगीन होती है
चांदनी भी रूप बिखेरती है
चाँद भी हँसता कमाल दिखाकर
सूरत भरी है सादगी से
चेहरा छलकताहै दीवानगी से
कुछ तो है मन में आपके जो सता रहा है
बारबार आप के दुःख कोो जता रहा है
न कहो कुछ भी हमें, फिर भी मालूम रहता है
दर्द छलके आँखों में फिर भी हंस्ता रेह्ता है
मानो आप थक गयी हो मंझिल को पाकर
हम भी ना पूछ पाते है दिल से बोझिल होकर
खुश रहे अपने मकाम पर तुम सदा
यही हम प्रार्थना का रहे ओ खुदा
ना आये को विघ्न आपकी राह में
कोई भी ख़ुशी ना बदले आह में
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