खड्डे में गिराएगी
जिंदगी वोही
रफ़्तार वोही
फिर भी हम सोचते यूँही
सच्ची ख़ुशी ढूंढते ही नहीं।
भुख लगती है समयपर
कामपर जाना होता है वक्तपर
सब का समय है अपना अपना
हमने खुद तय करना है और शरू करना है सोचना।
कोई काम समय के पहले नहीं होता
हर कोई अपने दुखड़े नहीं रोता
सब अपने तरीके से हल ढूंढते है
खुश रेहनेकी कोशिश करते है।
यह एक अजब रीत है
ओर न्यारी प्रीत है
जिंदगी है एक पहेली
हमने बनानी है सहेली।
लाड लड़ाना हमारा काम है
यदि जीवन में कौशल और हाम है
हम जिए अपने तरीके से
बताये यह की हम कमजोर नहीं तकलीफों से।
हमें अनुभव है हर पल का
सुख के एहसास का और दुःख के आगमन का
हर पल हम सुखी रेह सकते है
किसी भी हाल में अपने आपको ढो सकते है।
हम मर नहीं जाएंगे
यदि कुछ कमी रह जाएगी
बस फिकरमंद तो तब होंगे जब जिंदगी कम पड जाएगी
होंसलाफजाहि के बजाय खड्डे में गिराएगी।
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